हेलो दोस्तों, आपका स्वागत है एक बार फिर से एक नयी पोस्ट में जिसमे हम जानेंगे की Kali Linux क्या है और इसके features क्या हैं साथ ही इस पोस्ट में हम Ubuntu और Kali linux के बीच अंतर भी देखेंगे और अंततः यह भी जानेंगे की इसको अपने कंप्यूटर में कैसे इनस्टॉल करें तो आइये शुरू करते हैं आज की पोस्ट को।
Kali linux क्या है?
Kali Linux एक बहुत ही Popular Linux Distribution या Linux Operating System है जिसका इस्तेमाल Security, Computer Forensic, Ethical Hacking आदि कामो के लिए किया जाता है। यह भी Ubuntu Linux की तरह Debian पर बेस्ड है
यह Operating System खासकर Professionally पेनटेस्टिंग, आर्गेनाईजेशन या कंपनी की सिक्योरिटी को बेहतर बनाने, एथिक हैकिंग, और डिजिटल फोरेंसिक्स के लिए डिज़ाइन किया गया है।
काली लिनक्स कई अलग-अलग Security टूल्स, फ्रेमवर्क्स आदि सॉफ्टवेयर प्रदान करता है जैसे aircrack-ng और Metasploit framework, जोUsers को अच्छी Security Practices, डिजिटल जासूसी, और Penetration Testing के लिए tools provide करते हैं।
इसके अलावा इसमें कंप्यूटर सुरक्षा और नेटवर्क टेस्टिंग से रिलेटेड उपयोगी tools भी मौजूद हैं।
Kali linux के मुख्य features
अगर देखा जाए तो Kali Linux में कई सारे यूनिक फीचर्स हमें मिलते हैं और हर नयी अपडेट में कुछ न कुछ नया ऐड हो ही जाता है लेकिन इसके कुछ मुख्य फीचर्स हैं जो इसे ख़ास बनाते हैं जैसे -
Security Tools
सिक्योरिटी Kali Linux की सबसे मुख्य विशेषता है और इसमें कई सारे features हैं जो सिक्योरिटी से रिलेटेड हैं। Linux बेस्ड OSes अपने आप में ही secure होते हैं और kali linux में इस purpose के लिए कई सारे फीचर्स दिए हैं।
Customisation
काली लिनक्स को Users अपनी आवश्यकताओं और उपयोग स्थिति के अनुसार Customise कर सकते हैं इसमें मुख्यतः gnome या xfce डेस्कटॉप होता है जिसमे customisation के कई फीचर्स हैं।
Linux kernel
Kali linux में long term support वाला लिनक्स कर्नल होता है जो अन्य डिस्ट्रोब्यूशन के मुकाबले ज्यादा समय तक stable होता है इसकी stability का एक और कारण यह भी है की यह debian बेस्ड है।
कम Resource Usage
यह सुरक्षा के साथ साथ resources जैसे CPU व RAM भी काम इस्तेमाल करता है इससे इसे पुराने Systems में भी चलाया जा सकता है तथा यह दूसरे Operating Systems से ज्यादा अच्छा अनुभव देता है।
CLI और GUI दोनों का अनुभव
Kali linux में हमें डिफ़ॉल्ट तौर पर Command Line के अंदर Bash Shell तथा GUI के तौर पर gnome, xfce या अन्य Desktop Environment देखने मिलते हैं जिससे इसे कमांड लाइन और ग्राफिकल दोनों का अनुभव प्रदान करता है।
समर्थन और समुदाय: काली लिनक्स को एक बड़ी समर्थन समुदाय द्वारा संचालित किया जाता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को समस्याओं का समाधान और समर्थन प्राप्त करने के लिए सहायता मिलती है।
Ethical Hacking या Cyber Security
इसमें हमें Ethical Hacking या Cyber Security से रिलेटेड tools काफी मात्रा में देखने को मिलते हैं क्यूंकि इस OS का मुख्य कार्य इसी फील्ड में हैं अगर आप Hacking से रिलेटेड कोई कोर्स कर रहे हैं तो आपको kali लिनक्स के उपयोग की आवश्यकता जरूर पड़ेगी।
Ubuntu और Kali Linux में अंतर
दोस्तों Ubuntu भी एक linux distribution है जो kali की तरह ही debian based है हमने यह तो जान ही लिया है की Kali linux क्या है और Ubuntu के बारे में भी हम पहले जान चुकी हैं तो आइये इनके बीच के अंतर को भी जान लेते हैं -
Purpose या लक्ष्य: Ubuntu का मुख्य लक्ष्य है की वह एक सामान्य User को अच्छे अनुभव के साथ एक सिक्योर और सरल OS दे पाए बहीं kali linux का मुख्य लक्ष्य है की वह Cyber Security और ethical hacking में काम करने वाले Professionals या students को एक सरलतम प्लेटफार्म दे पाए।
Default Software: अगर सॉफ्टवेयर के मामले में Ubuntu की बात करें तो इसमें हमें Default सॉफ्टवेयर के रूप में Office Suite, Media Player, इंटरनेट ब्राउज़र, ईमेल क्लाइंट आदि प्रदान करता है लेकिन kali में हमें डिफ़ॉल्ट सॉफ्टवेयर के रूप में सिक्योरिटी टूल्स, नेटवर्क टूल्स, हैकिंग टूल्स आदि मिलते हैं।
यूजर इंटरफ़ेस: दोनों ही OS के इंटरफ़ेस में और कार्य शैली में इतना ख़ास अंतर नहीं देखने को मिलते है दोनों में ही हमें same डेस्कटॉप Environments के options देखने को मिल जाते हैं।
Kali linux को अपने कंप्यूटर में कैसे इनस्टॉल करें
Kali Linux को आप अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में दो तरह से इनस्टॉल कर सकते हैं या तो VirtualBox की मदद से या फिर सीधे ही जिसमे से सीधे इनस्टॉल करने के steps कुछ इस तरह हैं -
स्टेप 1. सबसे पहले नीचे दिए गए लिंक से kali linux की ISO फाइल डाउनलोड करें।
स्टेप 2. अब rufus या किसी अन्य USB टूल से ISO फाइल को USB में डालें।
स्टेप 3. यह बहुत ही जरूरी स्टेप है इसमें आपको अपने सिस्टम का बैकअप किसी External ड्राइव में लेना है क्यूंकि इंस्टालेशन के द्वारान डाटा Loss होने का खतरा भी होता है।
स्टेप 4. अब कंप्यूटर की BIOS या UEFI मेनू में boot order में अपनी USB ड्राइव को सेलेक्ट करें।
स्टेप 5. अब आपको इसे इनस्टॉल करने के लिए On Screen instructions को फॉलो करना है।
स्टेप 6. सिस्टम को रीस्टार्ट करें, USB ड्राइव को remove करें तथा काली लिनक्स में बूट करें।
स्टेप 7. अब अपने सिस्टम को अपडेट कर लें।
अब आप kali linux को अपने सिस्टम पर अनुभव कर सकते हैं।
पोस्ट को पड़ने के लिए धन्यबाद दोस्तों, मुझे आशा है आपको Kali linux क्या है इस बारे में हमारी पोस्ट पसंद आई होगी अगर आई है तो इसे अपने दोस्तों के साथ व Classmates के साथ अपने WhatsApp Groups में जरूर share करे जिससे यह knowledge उनतक भी पहुंचे इसी के साथ में आपका दोस्त Harry मिलता हूँ आपसे अगली Post में bye।
Kali Linux क्या है? इसके फीचर्स, उपयोग, डाउनलोड व इंस्टालेशन हिंदी में
Reviewed by easytooknow
on
फ़रवरी 20, 2024
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